Thursday, September 30, 2010

वाह भई शेखावाटी - मुरली मनोहर बासोतिया

रामदेव जी पीर ओलिया , मुस्लिम धोकै न्यारा,
हिन्दू पूजे सकरबार सा , नरहड़ जाय परबारा |
ईद दिवाली परब मुबारक , ना रे किन्तु परन्तु ,
मंचित अठे रामलीला, मिल करे मुसलमां हिन्दू |
निरगुण निराकार परमेसर, ना अल्ला की जाति,
हिन्दू मुसलमां भाई भाई वाह भई शेखावाटी ||    

                                    मुरली मनोहर बासोतिया
                       रचित ' वाह भई शेखावाटी' पुस्तक से उद्धृत 

No comments:

Post a Comment