Thursday, September 23, 2010

भारत नै यूरोप बना दयांगा - पं नवल किशोर खेडवाल

हिन्द हिन्दी नै भूले तो हिन्दी और पढैलो  कुण,
गीता कुरान पडी रवैली बी रो पाठ करैलो कुण ,
थोड़ी मोमीन मिटाग्या था थोड़ी अंग्रेज मिटाग्या ,
और थोड़ी सी और मिटा दयांगा,
मत घबराओ साथीड़ा,  भारत नै यूरोप बना दयांगा,      
दूध दही नै छा नै भूल्या,  भूल्या इतिहास पुराणै   नै,
बिस्कुट चाय डबल रोटी बस रहगी फैशन खाणै में ,
टाबर अंग्रेज बणाबा री सगलाँ  रै मन में आ री है ,
छोरयाँ भी लारै क्यूँ  रहसी बै  भी बाल कटा री है
डब्बू गब्बू  बंटी पप्पू यै नाम सुण्या म्हे कूताँ  का  
बड़े गरब सूँ आज कढाया  म्हे  ही म्हारै पूताँ  का
म्हारै घर री इज्जत औरत ही अब कल्बा में नाच करावाँला
पतिव्रता और सती शब्द पर प्रतिबन्ध लगावाँला  
के ई दिन रे खाता ही सीमा पर गोल्याँ खाई थी
हंस हंस के फांसी चढ़रया था बे मौत ऩे गले लगाई थी   
यै  घर रा दिवला घर बाले तो घर ऩे अब  बचावैलों  कुण
गीता कुरान पडी रहसी बी रो पाठ करैलो कुण

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